कथ्य तथ्य की वाणी समझो,
झूठों की महारानी समझो |
झूठ कपट की बात ये बोले ,
स्व स्वयं को महारानी समझे ||
क्या असत्य है क्या सत्य है ,
मिलकर उसको जबानी समझो |
कथ्य तथ्य की वाणी समझो ,
झूठों की महारानी समझो ||
रिक्त मस्तिष्क की वेदना यही,
भर दे जिसको वो वाणी समझो |
आप ही आप हो इस धरा में ,
दुसरे को न प्राणी समझो ||
कथ्य तथ्य की वाणी समझो,
बिन दिए ये ज्ञान है समझो |
आखों की जुबानी समझो,
झूठों की महारानी समझो ||
दिया जले जो दिखे उजेरा,
दिए तले की कहानी समझो |
कथ्य तथ्य की वाणी समझो,
झूठों की महारानी समझो ||
बीती बात करू मैं कैसे,
इसे आती जाती कहानी समझो |
कथ्य तथ्य की वाणी समझो,
झूठों की महारानी समझो ||
बिन पिए कंठ ये देखो,
नीलकंठ की वाणी समझो |
कथ्य तथ्य की वाणी समझो,
झूठों की महारानी समझो ||