अक्सर झरोखों से दिखते है बादल
कुछ गरजते कुछ बरसते है बादल
कहीं खुशियाँ, कही गम है बादल
बहती हवा का संग है बादल
बहती पवन संग धरती का आँचल
धरती की मानों पतंग है बादल
तेरी प्रीत की ठण्ड है बादल
हर दिल की तरंग है बादल
कभी धीरे से चलते है बादल
कभी आंधी में उमड़ते है बादल
देखो रिमझिम बरसते है बादल
काले घनघोर बेडंग है बादल
कभी आँखें मींचे मेरे संग है बादल
कुछ गरजते कुछ बरसते है बादल
कभी धीरे से चलते है बादल
कभी आंधी में उमड़ते है बादल
देखो रिमझिम बरसते है बादल
काले घनघोर बेडंग है बादल
कभी आँखें मींचे मेरे संग है बादल
कुछ गरजते कुछ बरसते है बादल
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